दुनिया के रंग सारे
ओ रे राधा के श्याम ओ रे यशोदा के लाल मोहे रंग दो आज ऐसो चटक लाल गुलाल दुनिया के रंग सारे पीछे फीके पड़ जाए दुनिया के रंग सारे पीछे फीके पड़ जाए मेरे पैरों में भर दो ऐसी ताल