जब सफर में ...
शुरु - शुरु में थोड़ा मुश्किल था पर मन था शुरुआत हो ही गई । हालिक अभी भी झिझक गई नही है , यह मन का अजीब द्वंद्व है जहाँ इसे नयी दिशाओं की तलाश भी है और एक तरफ नहीं की जकड़न से बंधा बार - बार पीछे को खींचा चला जाता है , पर अब जब सफर में निकलने के लिए पहला कदम रख ही दिया है तो ठीक है ... कुछ सीखने को ही मिलेगा । मेरा यूट्यूब चैनल - Nature feel of soul